सी प्रोग्रामिंग भाषा का परिचय और चर की परिभाषा

सी प्रोग्रामिंग भाषा का परिचय और चर की परिभाषा


C भाषा और वेरिएबल्स क्या हैं?

C भाषा का परिचय

C भाषा का इतिहास

C भाषा की शुरुआत 1972 में डेनिस रिची (Dennis Ritchie) ने Bell Labs में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम को विकसित करना था। यह भाषा B और BCPL भाषाओं से विकसित की गई है। शुरुआत में इसे केवल सिस्टम प्रोग्रामिंग के लिए उपयोग किया गया, लेकिन इसकी शक्तिशाली विशेषताओं के कारण यह जल्दी ही सामान्य उपयोग की भाषा बन गई।

C भाषा को "मिड-लेवल लैंग्वेज" कहा जाता है क्योंकि यह हाई-लेवल और लो-लेवल दोनों के गुणों को समेटे हुए है। इसमें हम हार्डवेयर के नजदीक जाकर प्रोग्रामिंग कर सकते हैं और साथ ही आसान लॉजिक भी बना सकते हैं। इसकी इसी खासियत के चलते यह आज भी दुनियाभर में शिक्षा, रिसर्च और प्रोफेशनल डेवलपमेंट में व्यापक रूप से उपयोग होती है।

आज के समय में C भाषा का महत्त्व

आज हम Python, Java, या JavaScript जैसे हाई-लेवल लैंग्वेज़ का ज़िक्र करते हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर की नींव C पर ही टिकी हुई है। C की गहराई से जानकारी रखने वाला प्रोग्रामर आसानी से अन्य भाषाएं भी सीख सकता है। C भाषा आज भी ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस ड्राइवर, और एम्बेडेड सिस्टम में उपयोग हो रही है।

इसके अलावा, कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों में प्रोग्रामिंग की शुरुआत C भाषा से ही कराई जाती है क्योंकि इससे छात्रों को मेमोरी मैनेजमेंट, डेटा स्ट्रक्चर, और एल्गोरिदम की बुनियादी समझ मिलती है।

C भाषा और वेरिएबल्स क्या हैं? 

C में वेरिएबल्स के प्रकार

लोकल वेरिएबल्स

लोकल वेरिएबल्स ऐसे वेरिएबल्स होते हैं जिन्हें किसी विशेष फंक्शन या कोड ब्लॉक के भीतर घोषित किया जाता है, और इनका प्रभाव केवल उसी स्थान तक सीमित रहता है जहाँ इन्हें बनाया गया है। जैसे ही ब्लॉक का निष्पादन पूरा होता है, ये वेरिएबल्स स्वतः समाप्त हो जाते हैं।

उदाहरण:

c
void show() {
int a = 5; printf("%d", a); }

यहाँ a एक लोकल वेरिएबल है और केवल show() फ़ंक्शन के अंदर ही उपयोग किया जा सकता है।

ग्लोबल वेरिएबल्स

ग्लोबल वेरिएबल्स को सभी फ़ंक्शन के बाहर डिक्लेयर किया जाता है और ये पूरे प्रोग्राम में कहीं से भी एक्सेस किए जा सकते हैं। इनका स्कोप पूरे प्रोग्राम के दौरान बना रहता है और इनकी वैल्यू को किसी भी फ़ंक्शन से बदला जा सकता है।

उदाहरण:

c
int num = 10; void display() { printf("%d", num); }

ध्यान रहे कि ग्लोबल वेरिएबल्स का अत्यधिक उपयोग कोड को जटिल बना सकता है और डिबगिंग मुश्किल हो जाती है।

स्टैटिक वेरिएबल्स

स्टैटिक वेरिएबल्स एक बार डिक्लेयर होने के बाद उनकी वैल्यू को रिटेन रखते हैं यानी अगली बार भी उसी वैल्यू से शुरू होते हैं जहाँ पिछली बार छोड़ा गया था। इनका स्कोप लोकल होता है लेकिन लाइफटाइम पूरे प्रोग्राम तक बना रहता है।

उदाहरण:

c
void count() { static int x = 0; x++; printf("%d\n", x); }

हर बार count() कॉल करने पर x की वैल्यू 1 से बढ़ती जाएगी।

रजिस्टर वेरिएबल्स

register स्टोरेज क्लास का उपयोग उन वेरिएबल्स के लिए किया जाता है जिनकी बार-बार ज़रूरत होती है। इन्हें CPU के रजिस्टर में रखा जाता है ताकि एक्सेस स्पीड तेज़ हो। हालांकि आज के आधुनिक कंपाइलर अपने आप अनुकूलित करते हैं।

उदाहरण:

c
void speed() { register int fast = 5; printf("%d", fast); }

वेरिएबल्स के साथ डेटा टाइप्स

int, float, char, double

C भाषा में अलग-अलग प्रकार के डेटा को स्टोर करने के लिए कई प्रकार के डेटा टाइप्स होते हैं:

  • int – पूर्णांक जैसे 1, 2, -5

  • float – दशमलव संख्या जैसे 3.14

  • char – कोई एक कैरेक्टर जैसे 'A'

  • double – float से अधिक सटीकता वाले दशमलव नंबर

उदाहरण:

c
int age = 25; float weight = 70.5; char grade = 'A'; double distance = 12345.6789;

डेराइव्ड और यूज़र-डिफाइंड टाइप्स

  • डेराइव्ड टाइप्स – arrays, pointers, functions

  • यूज़र डिफाइंड टाइप्सstruct, union, enum, typedef

उदाहरण:

c
struct Student { int id; char name[50]; float marks; };

ये टाइप्स प्रोग्राम को ज़्यादा संगठित और शक्तिशाली बनाते हैं।

वेरिएबल नामकरण नियम और कन्वेंशन

सिंटैक्स नियम

  • नाम केवल अक्षरों, अंकों और अंडरस्कोर (_) से बना हो सकता है

  • नाम किसी अक्षर या _ से शुरू होना चाहिए

  • कोई भी कीवर्ड (जैसे int, while) नाम नहीं हो सकता

  • नाम केस सेंसिटिव होते हैं (value और Value अलग माने जाएंगे)

सही उदाहरण:

  • studentName

  • _count

  • total_marks

गलत उदाहरण:

  • 2value (अंक से शुरू नहीं हो सकता)

  • float (कीवर्ड है)

बेस्ट प्रैक्टिसेज

  • वर्णनात्मक नामों का उपयोग करें जैसे userAge या totalAmount

  • camelCase या snake_case में नाम लिखना अच्छा अभ्यास है

  • लूप्स में छोटे नाम (i, j) चल सकते हैं लेकिन बाकी जगह स्पष्ट नाम रखें

वेरिएबल्स का स्कोप और लाइफटाइम

स्कोप क्या होता है?

स्कोप का अर्थ होता है कि प्रोग्राम के किन हिस्सों में वेरिएबल को एक्सेस किया जा सकता है। C में तीन प्रकार के स्कोप होते हैं:

  • लोकल स्कोप – फ़ंक्शन या ब्लॉक के अंदर

  • ग्लोबल स्कोप – पूरे प्रोग्राम में

  • फ़ंक्शन पैरामीटर स्कोप – फंक्शन के अंदर पास किए गए वेरिएबल्स

वेरिएबल की लाइफटाइम समझना

लाइफटाइम उस समय को कहते हैं जब तक वेरिएबल की वैल्यू मेमोरी में बनी रहती है:

  • लोकल वेरिएबल – फ़ंक्शन समाप्त होते ही खत्म

  • स्टैटिक वेरिएबल – पूरे प्रोग्राम तक बनी रहती है

  • ग्लोबल वेरिएबल – प्रोग्राम की शुरुआत से अंत तक रहती है

यह समझना आवश्यक है ताकि अनचाही गलतियों से बचा जा सके।

स्टोरेज क्लासेस और वेरिएबल्स

auto, static, extern, register

C में स्टोरेज क्लास यह निर्धारित करती है कि वेरिएबल की लाइफटाइम, स्कोप, और डिफ़ॉल्ट वैल्यू क्या होगी। मुख्यतः चार प्रकार की स्टोरेज क्लास होती हैं:

  1. auto: यह डिफ़ॉल्ट स्टोरेज क्लास है किसी भी लोकल वेरिएबल के लिए। इसकी लाइफटाइम फ़ंक्शन के भीतर ही रहती है।

    c
    void display() { auto int x = 5; printf("%d", x); }
  2. स्टैटिक वेरिएबल्स पूरे प्रोग्राम की अवधि तक मेमोरी में बने रहते हैं, लेकिन इन्हें केवल उसी कोड ब्लॉक के भीतर एक्सेस किया जा सकता है जहाँ इन्हें घोषित किया गया हो।

    void counter() { static int count = 0; count++; printf("%d\n", count); }
  3. extern: इसका उपयोग किसी वेरिएबल को एक फाइल में डिक्लेयर करने और दूसरी फाइल में उपयोग करने के लिए किया जाता है।

    c
    extern int value;
  4. register: रजिस्टर वेरिएबल्स को CPU के रजिस्टर में स्टोर करने की सलाह दी जाती है ताकि उनकी एक्सेस स्पीड अधिक हो, हालांकि आज के आधुनिक कंपाइलर इस निर्णय को स्वतः ही प्रबंधित करते हैं।

    c
    register int speed = 10;

स्टोरेज क्लास का व्यवहार पर प्रभाव

स्टोरेज क्लास निम्नलिखित पहलुओं को प्रभावित करती है:

  • वेरिएबल कहां एक्सेस हो सकता है (स्कोप)

  • कितनी देर तक मेमोरी में रहेगा (लाइफटाइम)

  • प्रोग्राम में उसकी डिफ़ॉल्ट वैल्यू क्या होगी

उदाहरण के लिए, static वेरिएबल पहले की वैल्यू को याद रखता है जबकि auto हर बार नई वैल्यू लेता है।

"C प्रोग्रामिंग भाषा और वेरिएबल्स की परिभाषा को दर्शाता हुआ चित्र, जिसमें कोडिंग के मूलभूत तत्व समझाए गए हैं - हिंदी में"

कांस्टेंट्स बनाम वेरिएबल्स

कांस्टेंट्स क्या होते हैं?

कांस्टेंट्स वे वैल्यूज़ होती हैं जो प्रोग्राम के निष्पादन के दौरान कभी नहीं बदलतीं। इन्हें वेरिएबल्स की तरह इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इनकी वैल्यू को संशोधित नहीं किया जा सकता।

उदाहरण:

c
const float PI = 3.14;

या फिर प्री-प्रोसेसर का उपयोग करके:

c
#define MAX 100

कब वेरिएबल्स की जगह कांस्टेंट का उपयोग करें?

  • जब कोई वैल्यू पूरे प्रोग्राम में अपरिवर्तनीय हो (जैसे PI, MAX_LIMIT)

  • जब आप चाहते हैं कि कोई डेवलपर गलती से उस वैल्यू को न बदल दे

  • जब कोड को अधिक पढ़ने योग्य और सुरक्षित बनाना हो

कांस्टेंट्स कोड में स्थिरता और स्पष्टता लाते हैं।

वेरिएबल इनिशियलाइज़ेशन तकनीकें

कंपाइल-टाइम बनाम रन-टाइम इनिशियलाइज़ेशन

C में वेरिएबल्स को दो तरीकों से इनिशियलाइज़ किया जा सकता है:

  1. कंपाइल-टाइम इनिशियलाइज़ेशन – जब वेरिएबल को डिक्लेयर करते समय ही वैल्यू दे दी जाती है:

    c
    int age = 25;
  2. रन-टाइम इनिशियलाइज़ेशन – जब वेरिएबल को प्रोग्राम चलने के दौरान वैल्यू दी जाती है, जैसे यूज़र इनपुट से:

    c
    int age; scanf("%d", &age);

सामान्य गलतियाँ

  • वेरिएबल को बिना इनिशियलाइज़ किए उपयोग करना

  • एक ही नाम के वेरिएबल को अलग-अलग स्कोप में गलतफहमी से डिक्लेयर करना

  • अनावश्यक इनिशियलाइज़ेशन जिससे मेमोरी बर्बाद होती है

सुझाव: हमेशा वेरिएबल को एक निश्चित वैल्यू से इनिशियलाइज़ करें, ताकि अप्रत्याशित व्यवहार से बचा जा सके।

मेमोरी मैनेजमेंट और वेरिएबल्स

मेमोरी एलोकेशन तकनीकें

C में आप dynamic memory allocation भी कर सकते हैं जिससे आप रन-टाइम पर मेमोरी को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित फंक्शन्स का उपयोग किया जाता है:

  • malloc()

  • calloc()

  • realloc()

  • free()

उदाहरण:

c
int *ptr; ptr = (int*) malloc(sizeof(int) * 5);

पॉइंटर्स के साथ वेरिएबल्स का उपयोग

पॉइंटर एक विशेष प्रकार का वेरिएबल होता है, जो किसी अन्य वेरिएबल के मेमोरी एड्रेस को स्टोर करता है। यह प्रोग्राम को मेमोरी तक डायनामिक रूप से पहुँचने की क्षमता प्रदान करता है।

उदाहरण:


int x = 10; int *p = &x; printf("%d", *p); // 10 प्रिंट करेगा

पॉइंटर्स का सही उपयोग करने से प्रोग्राम की कार्यक्षमता और परफॉर्मेंस में सुधार होता है।

___________________________________________________________________________________

चैप्टर के सारे प्रश्न उत्तर यहीं से शुरू होते हैं

महत्वपूर्ण तथ्य

  1. 1.   महत्वपूर्ण तथ्य

    2.     C भाषा को सन 1972 में डेनिस रिची द्वारा विकसित किया गया था।

    3.     C भाषा मध्य स्तरीय भाषा (middle level programming language) है।

    4.     C भाषा को सबसे पहले यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में डायनामिक मेमोरी एलोकेशन (DMA) के लिए उपयोग किया गया था।

    5.     C भाषा एक संवेदनशील (case sensitive) भाषा है।

    6.     C भाषा में लिखे गए प्रोग्राम को संकलित (compile) किया जाता है।

    7.     C भाषा में कोड के विषय में जानने के लिए टिप्पड़ी का प्रयोग किया जाता है।

    8.     C भाषा में किसी एक variable को कई बार घोषित नहीं किया जा सकता।

    9.     C भाषा में सामान्यतः ASCII कोड का प्रयोग किया जाता है।

    10. C भाषा द्वारा MySQL, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, गेम्स, सिस्टम प्रोग्राम आदि बनाने में किया जाता है।

    11. C भाषा में विभिन्न control structure के द्वारा प्रोग्राम को नियंत्रित किया जाता है।

    12. C भाषा में कुल चार प्रकार के डेटा टाइप होते हैं।

    13. C भाषा में मूलभूत प्रकार के डेटा टाइप होते हैं।

    14. C भाषा में डेटा टाइप एक प्रकार होता है।

    15. C भाषा में संक्रियाओं के आधार पर ऑपरेटर तीन प्रकार के होते हैं।

    16. C भाषा में तार्किक ऑपरेटर में && और || का प्रयोग किया जाता है।

    17. C भाषा में गणनात्मक ऑपरेटर होते हैं।

    18. C भाषा में असाइनमेंट ऑपरेटर का प्रयोग गणितीय मानों को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है।

    19. C भाषा में असाइनमेंट ऑपरेटर द्वारा Variable को Value में असाइन करने के लिए किया जाता है।

    20. C भाषा में तुलनात्मक ऑपरेटर होते हैं।

    21. C भाषा में इनपुट आउटपुट स्टेटमेंट होते हैं।

    22. इनपुट आउटपुट स्टेटमेंट को स्टेटमेंट कहा जाता है।

    23. getchar() function एक character को इनपुट करता है।

    24. getch() function एक character को इनपुट करता है तथा इनपुट करने के पश्चात उसे दिखाता नहीं है।

    25. gets() function एक string को इनपुट करता है।

    26. puts() function एक string को आउटपुट करता है।

    27. scanf() function एक या अधिक मानों को इनपुट करता है।

    28. printf() function एक या अधिक मानों को आउटपुट करता है।

    29. C भाषा में जो स्टेटमेंट स्वतः समाप्त हो जाते हैं उन्हें सिंपल स्टेटमेंट कहते हैं।

    30. C भाषा में तीन प्रकार के अन्य स्टेटमेंट होते हैं।

    31. ऐसे स्टेटमेंट जो किसी जाने या आधार पर किसी भी प्रोग्राम के क्रम को बदल देते हैं ब्रांचिंग स्टेटमेंट कहलाते हैं।

    32. C भाषा में लूप्स (loops) का उपयोग कोड को एक ब्लॉक में दोहराने के लिए किया जाता है।

    33. C भाषा में मुख्यतः तीन प्रकार के लूप होते हैं।

    34. for लूप के अंदर के स्टेटमेंट्स execute होने से पहले ही कंडीशन चेक हो जाती है।

     विस्तृत उत्तर प्रश्न छोटा

 प्रश्न 1: 'C' भाषा के बुनियादी तत्व क्या हैं? इनकी व्याख्या कीजिए।

उत्तर: 'C' भाषा के बुनियादी तत्व वे मूल घटक हैं जिनकी सहायता से एक पूर्ण प्रोग्राम तैयार किया जाता है। ये तत्व प्रोग्राम की संरचना को निर्धारित करते हैं और इनकी जानकारी हर एक प्रोग्रामर के लिए आवश्यक होती है। 'C' भाषा के मुख्य बुनियादी तत्व निम्नलिखित हैं:

1.     कैरेक्टर सेट (Character Set): इसमें अक्षर (A-Z, a-z), अंक (0-9), विशेष चिन्ह (@, #, $, %, ^ आदि), और अन्य प्रतीक शामिल होते हैं जिनका उपयोग कोड लिखने में किया जाता है

2.     कीवर्ड (Keywords): ये आरक्षित शब्द होते हैं जिनका प्रयोग प्रोग्राम में किसी विशेष कार्य के लिए किया जाता है। उदाहरणintfloatifelsereturn आदि।

3.     वैरिएबल (Variable): वैरिएबल एक नामित स्थान होता है जो किसी डेटा को अस्थायी रूप से संग्रहित करता है। उदाहरणint a = 5;

4.     डेटा टाइप (Data Types): यह तय करता है कि वैरिएबल में किस प्रकार का डेटा संग्रहित होगा। मुख्यतः intfloatchardouble आदि प्रकार होते हैं।

5.     ऑपरेटर (Operators): ये चिन्ह होते हैं जो गणनात्मक, तार्किक या संबंधात्मक कार्य करते हैं। जैसे +, -, *, /, <, >, == आदि।

6.     स्टेटमेंट्स (Statements): ये निर्देश होते हैं जिनसे प्रोग्राम में विभिन्न क्रियाएं संपन्न होती हैं। उदाहरणprintf("Hello");

7.     फंक्शन (Functions): ये कोड ब्लॉक्स होते हैं जिनसे विशेष कार्य करवाए जाते हैं। main() C का मुख्य फंक्शन होता है।

प्रश्न 2: 'C' भाषा में वेरिएबल (Variable) की अवधारणा की व्याख्या कीजिए।

उत्तर: 'C' भाषा में वैरिएबल वह नामित स्थान होता है जहाँ डेटा को संग्रहित किया जाता है ताकि उसका उपयोग प्रोग्रामिंग में विभिन्न गणनाओं प्रक्रियाओं के लिए किया जा सके। वैरिएबल का उपयोग किसी मान को अस्थायी रूप से स्टोर करने के लिए किया जाता है।

वैरिएबल को उपयोग में लाने से पहले उसे घोषित करना आवश्यक होता है।

उदाहरण:

int a = 10;
float b = 20.5;
char c = 'A';

यहाँ a एक integer वैरिएबल हैb float प्रकार का और c character प्रकार का वैरिएबल है।

वैरिएबल नाम चुनते समय निम्न नियमों का पालन करना होता है:

·        नाम अक्षर या अंडरस्कोर (_) से प्रारंभ होना चाहिए।

·        इसमें केवल अल्फाबेट, अंक और अंडरस्कोर हो सकते हैं।

·        कोई कीवर्ड वैरिएबल नाम नहीं हो सकता।

प्रश्न 3: 'C' भाषा को मिडिल लैंग्वेज क्यों कहा जाता है? प्रकाश डालिए।

उत्तर: 'C' भाषा को मिडिल लेवल लैंग्वेज (Middle Level Language) इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह दोनों प्रकार की भाषाओंहाई लेवल लैंग्वेज (HLL) और लो लेवल लैंग्वेज (LLL) — की विशेषताओं को समाहित करती है।

1.     हाई लेवल लैंग्वेज की विशेषताएं: C भाषा English जैसे सिंटैक्स को अपनाती है जिससे कोडिंग करना आसान होता है। उदाहरणprintf("Hello World");

2.     लो लेवल लैंग्वेज की विशेषताएं: C भाषा से हार्डवेयर के नज़दीकी काम जैसेमेमोरी एड्रेसिंग, बिट लेवल ऑपरेशन्स आदि किए जा सकते हैं।

इसलिए C को मिडिल लेवल भाषा कहा जाता है क्योंकि यह मशीन के नज़दीक भी है और प्रोग्रामर के लिए भी सरल है।

प्रश्न 4: 'C' भाषा क्या है?

उत्तर: 'C' एक सामान्य प्रयोजन की प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर दोनों के निर्माण में किया जाता है। इसे 1972 में डेनिस रिची द्वारा बेल लैब्स में विकसित किया गया था।

यह भाषा स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग का समर्थन करती है और इसकी मदद से हम मेमोरी को सीधे नियंत्रित कर सकते हैं। इसके अलावा, C भाषा की गति, दक्षता और पोर्टेबिलिटी इसे विशेष बनाती है। यही कारण है कि आज भी C भाषा का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 5: 'C' भाषा का इतिहास क्या है?

उत्तर: C भाषा का विकास 1972 में डेनिस रिची (Dennis Ritchie) द्वारा बेल टेलीफोन लैब्स (Bell Telephone Laboratories) में किया गया। इसका उद्देश्य UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम के निर्माण में सहायता करना था। यह भाषा B भाषा से विकसित हुई थी जो खुद BCPL से प्रेरित थी।

C भाषा का विकास निम्नलिखित क्रम में हुआ:

1.     1960: ALGOL का विकास हुआ।

2.     1967: BCPL भाषा का विकास हुआ।

3.     1970: B भाषा विकसित हुई।

4.     1972: C भाषा की रचना हुई।

यह भाषा इतनी प्रभावशाली और लचीली थी कि UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम का अधिकांश भाग C में ही लिखा गया। आज यह अधिकांश आधुनिक भाषाओं जैसे C++, Java, C# आदि की जननी मानी जाती है।

प्रश्न 6: 'C' भाषा में कैरेक्टर सेट क्या होते हैं? व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में कैरेक्टर सेट का अर्थ है उन सभी अक्षरों, संख्याओं, और विशेष चिन्हों का समूह जिनका उपयोग प्रोग्राम लिखने में किया जाता है। यह कैरेक्टर सेट प्रोग्रामिंग की भाषा की आधारशिला होती है। यदि प्रोग्रामर इन कैरेक्टरों का सही और मान्य उपयोग नहीं करेगा तो प्रोग्राम त्रुटिपूर्ण होगा।

'C' भाषा में कैरेक्टर सेट निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है:

1.   अक्षर (Alphabets):
इसमें अंग्रेजी के छोटे और बड़े अक्षर शामिल होते हैं:
A से Z (बड़े अक्षर) और a से z (छोटे अक्षर) ये नामों, कीवर्ड, वेरिएबल्स आदि में प्रयोग होते हैं।

2.   अंक (Digits):
संख्याओं के लिए 0 से 9 तक के अंक शामिल होते हैं, जो गणनाओं और डेटा स्टोरिंग के लिए उपयोग किए जाते हैं।

3.   विशेष चिन्ह (Special Symbols):
ये वे चिन्ह होते हैं जिनका उपयोग ऑपरेटर, पैरामीटर, फंक्शन कॉल आदि में किया जाता है, जैसे:
+-*/%=&|<>!;,{}()#\ आदि।

4.   विशेष कैरेक्टर (Escape Sequences):
ये ऐसे विशेष अक्षर होते हैं जो प्रोग्राम में विशेष कार्य करते हैं जैसे नई लाइन (New Line), टैब (Tab) आदि। उदाहरण:
\n (नई लाइन के लिए), \t (टैब के लिए), \\ (बैकस्लैश के लिए), \' (सिंगल कोट के लिए), \" (डबल कोट के लिए)

यह कैरेक्टर सेट प्रोग्रामिंग को सही ढंग से लिखने और समझने में मदद करता है।

प्रश्न 7: 'C' भाषा में डेटा टाइप क्या होते हैं? वर्णन कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में डेटा टाइप यह निर्धारित करता है कि किसी वैरिएबल में किस प्रकार का डेटा स्टोर होगा। यह कंप्यूटर को बताता है कि मेमोरी में वह स्थान किस प्रकार से मैनेज करना है और उस डेटा के साथ कौन से ऑपरेशन किए जा सकते हैं।

'C' भाषा में मुख्यतः निम्न डेटा टाइप होते हैं:

1.   int (Integer):
पूर्णांक (जैसे 5, 100, -10) संग्रहित करने के लिए।
उदाहरणint a = 10;

2.   float (Floating Point):
दशमलव संख्या, जैसे 3.14, 0.25 आदि।
उदाहरणfloat b = 20.5;

3.   char (Character):
एकल अक्षर या कैरेक्टर संग्रहित करने के लिए।
उदाहरणchar c = 'A';

4.   double (Double Precision Floating Point):
float की तुलना में अधिक सटीक दशमलव संख्या के लिए।
उदाहरणdouble d = 3.14159;

5.   void:
इसका प्रयोग फंक्शन के रिटर्न टाइप के रूप में किया जाता है, जो कोई मान लौटाता नहीं

प्रत्येक डेटा टाइप की मेमोरी आवश्यकता अलग होती है जैसे कि int 4 बाइट मेमोरी ले सकता है, जबकि char केवल 1 बाइट।

डेटा टाइप सही प्रकार से चुनने से प्रोग्राम की दक्षता और मेमोरी का सही उपयोग सुनिश्चित होता है।

प्रश्न 8: 'C' भाषा में कितने प्रकार के ऑपरेटर होते हैं? इनक्रिमेंट और डिक्रिमेंट ऑपरेटर को उदाहरण सहित लिखिए।

उत्तर:
'C' भाषा में विभिन्न प्रकार के ऑपरेटर होते हैं जो गणना, तुलना, तार्किक निर्णय आदि कार्यों में प्रयोग होते हैं। प्रमुख ऑपरेटरों के प्रकार इस प्रकार हैं:

1.   अंकगणितीय ऑपरेटर (Arithmetic Operators):
जैसे +, -, *, /, % (जोड़, घटाव, गुणा, भाग, शेषफल)

2.   रिलेशनल ऑपरेटर (Relational Operators):
तुलना करने के लिए जैसे <, >, <=, >=, ==, !=

3.   लॉजिकल ऑपरेटर (Logical Operators):
तार्किक निर्णय के लिए जैसे && (AND), || (OR), ! (NOT)

4.   असाइनमेंट ऑपरेटर (Assignment Operators):
मान असाइन करने के लिए जैसे =, +=, -=, *=, /=

5.   इनक्रिमेंट और डिक्रिमेंट ऑपरेटर (Increment & Decrement Operators):
ये ऑपरेटर वैरिएबल के मान को क्रमशः 1 से बढ़ाने या घटाने के लिए उपयोग होते हैं।

इनक्रिमेंट ऑपरेटर (++): यह वैरिएबल के मान को 1 से बढ़ाता है।
डिक्रिमेंट ऑपरेटर (--): यह वैरिएबल के मान को 1 से घटाता है।

उदाहरण:

int i = 5;  
i++;  // i का मान 6 हो जाएगा  
i--;  // i का मान फिर 5 हो जाएगा  

इन ऑपरेटरों का उपयोग लूप और काउंटिंग जैसे कार्यों में बहुत आम है।

प्रश्न 9: 'C' भाषा में ऑपरेशन के आधार पर ऑपरेटर की व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में ऑपरेटरों को उनके काम के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बाँटा जाता है। प्रत्येक श्रेणी के ऑपरेटर का विशेष उपयोग होता है:

1.   Arithmetic Operators (अंकगणितीय ऑपरेटर):
गणितीय क्रियाएं जैसे जोड़, घटाव, गुणा, भाग आदि करते हैं।
उदाहरण: +, -, *, /, %

2.   Relational Operators (संबंधात्मक ऑपरेटर):
दो मानों की तुलना करते हैं और सच/झूठ (true/false) परिणाम देते हैं।
उदाहरण< (छोटा), > (बड़ा), <=>=== (समानता), != (असमानता)

3.   Logical Operators (तार्किक ऑपरेटर):
तार्किक निर्णय के लिए उपयोग होते हैं।
उदाहरण&& (AND), || (OR), ! (NOT)

4.   Assignment Operators (असाइनमेंट ऑपरेटर):
वैरिएबल को मान असाइन करते हैं।
उदाहरण=+= (जोड़कर असाइन), -= (घटाकर असाइन), *= (गुणा कर असाइन), /= (भाग कर असाइन)

5.   Increment/Decrement Operators:
जैसा प्रश्न 8 में बताया।

6.   Bitwise Operators (बिटवाइज़ ऑपरेटर):
बिट स्तर पर ऑपरेशन करते हैं जैसे AND (&), OR (|), XOR (^), NOT (~), Left Shift (<<), Right Shift (>>)

इन ऑपरेटरों की समझ से प्रोग्राम में जटिल गणनाएं और तार्किक निर्णय आसानी से किए जा सकते हैं।

प्रश्न 10: अंकगणितीय ऑपरेटर क्या होते हैं? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
अंकगणितीय ऑपरेटर वे चिन्ह होते हैं जिनका उपयोग संख्याओं पर गणितीय क्रियाएं करने के लिए किया जाता है। ये ऑपरेटर मुख्य रूप से संख्यात्मक मानों के बीच जोड़, घटाव, गुणा, भाग, और बाकी निकालने जैसे कार्य करते हैं।

'C' भाषा के प्रमुख अंकगणितीय ऑपरेटर:

·       + (जोड़)

·       - (घटाव)

·       (गुणा)

·       / (भाग)

·       % (मॉड्यूलस, यानी भाग के बाद बचा शेष)

उदाहरण:

int a = 5, b = 3;  
int sum = a + b;  // sum = 8  
int diff = a - b; // diff = 2  
int mul = a * b;  // mul = 15  
int div = a / b;  // div = 1 (पूर्णांक भाग
int mod = a % b;  // mod = 2 (शेष

अंकगणितीय ऑपरेटर प्रोग्रामिंग के मूलभूत हिस्से हैं, और इनकी सहायता से गणितीय समस्याओं का समाधान किया जाता है।

प्रश्न 11: 'C' भाषा में इनपुट आउटपुट क्या होते हैं? विस्तार से समझाइए।

उत्तरप्रोग्राम में इनपुट (Input) और आउटपुट (Output) दो महत्वपूर्ण क्रियाएं हैं:

·       इनपुट:
यह वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से प्रोग्राम उपयोगकर्ता या अन्य स्रोत से डेटा प्राप्त करता है।

·       आउटपुट:
यह वह प्रक्रिया है जिससे प्रोग्राम परिणाम या डेटा को स्क्रीन, प्रिंटर या अन्य डिवाइस पर दिखाता है।

'C' भाषा में इन दोनों कार्यों के लिए विशेष फंक्शन उपलब्ध हैं:

1.     इनपुट के लिएscanf()
उपयोगकर्ता से मान (जैसे संख्या, अक्षर) लेने के लिए।

2.     आउटपुट के लिएprintf()
स्क्रीन पर टेक्स्ट या मान प्रदर्शित करने के लिए।

उदाहरण:

int a;  
printf("कृपया एक संख्या दर्ज करें: ");  
scanf("%d", &a);  
printf("आपने दर्ज की हुई संख्या है: %d", a);  

यहां scanf का उपयोग संख्या इनपुट करने के लिए हुआ है, जबकि printf का उपयोग परिणाम प्रदर्शित करने के लिए।

इनपुट-आउटपुट के बिना कोई भी इंटरैक्टिव प्रोग्राम नहीं बन सकता।

प्रश्न 12: फॉर्मेटेड इनपुट आउटपुट फंक्शन की व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में फॉर्मेटेड इनपुट-आउटपुट का मतलब है कि हम डेटा को विशेष फॉर्मेट या स्वरूप में इनपुट और आउटपुट करते हैं। इसके लिए scanf() और printf() फंक्शन का उपयोग किया जाता है, जो फॉर्मेट स्पेसिफायर (Format Specifiers) की मदद से डेटा का प्रकार और स्वरूप निर्धारित करते हैं।

मुख्य फॉर्मेट स्पेसिफायर:

·       %d – integer संख्या के लिए

·       %f – float संख्या के लिए

·       %c – single character के लिए

·       %s – string के लिए

·       %lf – double के लिए

 

उदाहरण:

int a;  
float b;  
printf("दो नंबर दर्ज करें:\n");  
scanf("%d %f", &a, &b);  
printf("आपने दर्ज किया है: %d और %.2f", a, b);  

यहाँ%.2f का अर्थ है कि float मान को 2 दशमलव स्थान तक दिखाया जाएगा।

फॉर्मेटेड इनपुट-आउटपुट से हम प्रोग्राम को अधिक प्रभावी और यूजर-फ्रेंडली बना सकते हैं।

प्रश्न 13: 'C' भाषा में ब्रांचिंग स्टेटमेंट क्या है? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
ब्रांचिंग स्टेटमेंट प्रोग्राम के फ्लो को किसी विशेष स्थिति के आधार पर बदलने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जब किसी निर्णय या शर्त के आधार पर प्रोग्राम को अलग-अलग रास्तों पर चलाना हो, तब ब्रांचिंग का उपयोग होता है।

'C' में मुख्य ब्रांचिंग स्टेटमेंट हैं:

·       if

·       if-else

·       switch-case

उदाहरण (if स्टेटमेंट):

int a = 10, b = 20;  
if (a > b) {  
    printf("a बड़ा है");  
} else {  
    printf("b बड़ा है");  

यह प्रोग्राम जांचता है कि कौन बड़ा है और उसके अनुसार संदेश दिखाता है।

ब्रांचिंग से प्रोग्राम में निर्णय लेना और विभिन्न क्रियाएं करना संभव होता है।

प्रश्न 14: 'C' भाषा में लूपिंग स्टेटमेंट क्या है? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
लूपिंग स्टेटमेंट का उपयोग किसी क्रिया को बार-बार (repeatedly) करने के लिए किया जाता है, जब तक कोई शर्त सही रहती है। इससे बार-बार कोड लिखने की आवश्यकता नहीं होती।

'C' में मुख्य लूपिंग स्टेटमेंट:

·       for loop

·       while loop

·       do-while loop

उदाहरण (for loop):

for (int i = 0; i < 5; i++) {  
    printf("%d ", i);  
}  

यह 0 से 4 तक के नंबर प्रिंट करेगा।

लूपिंग का उपयोग गणनाओं, डेटा प्रोसेसिंग, और ऑटोमेशन में बहुत होता है।

प्रश्न 15: for loop और while loop में क्या अंतर है? दोनों के एक-एक उदाहरण दो।

उत्तर:
for loop और while loop दोनों लूपिंग के लिए उपयोग होते हैं, पर इनके उपयोग और संरचना में अंतर होता है:

विशेषता

for loop

while loop

लूप कंट्रोल

लूप की शुरुआत में प्रारंभ, शर्त और परिवर्तन सभी लिखे जाते हैं।

केवल शर्त लूप के शुरुआत में होती है, बाकी कोड के अंदर।

उपयोग

जब पुनरावृत्ति की संख्या ज्ञात हो।

जब पुनरावृत्ति की संख्या पूर्वानुमानित हो।

सिंटैक्स

for(init; condition; increment)

while(condition)

·        for loop उदाहरण:

        for (int i = 0; i < 5; i++) {  
        printf("%d ", i);  
           }  

·        while loop उदाहरण:

        int i = 0;  
        while (i < 5) {  
         printf("%d ", i);  
         i++;  
        }  

दोनों लूप समान कार्य कर सकते हैं, पर उनकी संरचना और उपयोग की परिस्थिति अलग होती है।

प्रश्न 16: 'C' भाषा में ऑपरेटर की परिभाषा कीजिए। यह कितने प्रकार का होता है? कहीं तीन प्रकार के उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
ऑपरेटर वे चिन्ह या प्रतीक होते हैं जिनका उपयोग प्रोग्राम में किसी विशेष क्रिया को संपन्न करने के लिए किया जाता है। जैसे गणितीय क्रिया, तुलना, लॉजिक, असाइनमेंट आदि। ऑपरेटर अपने ऑपरेंड्स (डेटा) पर कार्य करते हैं।

'C' भाषा में ऑपरेटर कई प्रकार के होते हैं, मुख्य प्रकार हैं:

1.   Arithmetic Operators (अंकगणितीय ऑपरेटर):
गणितीय क्रियाएं करते हैं।
उदाहरण+-*
जैसेa + b दो मानों का योग करता है।

2.   Relational Operators (संबंधात्मक ऑपरेटर):
तुलना करते हैं और true या false लौटाते हैं।
उदाहरण><==
जैसेa > b जांचता है कि क्या a बड़ा है b से।

3.   Logical Operators (तार्किक ऑपरेटर):
दो या अधिक शर्तों को जोड़ते या उलटते हैं।
उदाहरण&& (AND), || (OR)
जैसे(a > 5) && (b < 10) दोनों शर्तों को सत्यापित करता है।

इसके अलावा भी अनेक ऑपरेटर होते हैं जैसे Bitwise, Assignment, Increment/Decrement आदि।ऑपरेटर प्रोग्रामिंग की मूलभूत इकाइयाँ हैं, जिनसे हम विभिन्न गणना और निर्णय कर सकते हैं।

 

प्रश्न 1: 'C' भाषा के बुनियादी तत्व क्या हैं? इनकी व्याख्या कीजिए।

उत्तर: 'C' भाषा के बुनियादी तत्व वे मूल घटक हैं जिनकी सहायता से एक पूर्ण प्रोग्राम तैयार किया जाता है। ये तत्व प्रोग्राम की संरचना को निर्धारित करते हैं और इनकी जानकारी हर एक प्रोग्रामर के लिए आवश्यक होती है। 'C' भाषा के मुख्य बुनियादी तत्व निम्नलिखित हैं:

1.     कैरेक्टर सेट (Character Set): इसमें अक्षर (A-Z, a-z), अंक (0-9), विशेष चिन्ह (@, #, $, %, ^ आदि), और अन्य प्रतीक शामिल होते हैं जिनका उपयोग कोड लिखने में किया जाता है।

2.     कीवर्ड (Keywords): ये आरक्षित शब्द होते हैं जिनका प्रयोग प्रोग्राम में किसी विशेष कार्य के लिए किया जाता है। उदाहरणintfloatifelsereturn आदि।

3.     वैरिएबल (Variable): वैरिएबल एक नामित स्थान होता है जो किसी डेटा को अस्थायी रूप से संग्रहित करता है। उदाहरणint a = 5;

4.     डेटा टाइप (Data Types): यह तय करता है कि वैरिएबल में किस प्रकार का डेटा संग्रहित होगा। मुख्यतः intfloatchardouble आदि प्रकार होते हैं।

5.     ऑपरेटर (Operators): ये चिन्ह होते हैं जो गणनात्मक, तार्किक या संबंधात्मक कार्य करते हैं। जैसे +, -, *, /, <, >, == आदि।

6.    स्टेटमेंट्स (Statements): ये निर्देश होते हैं जिनसे प्रोग्राम में विभिन्न क्रियाएं संपन्न होती हैं। उदाहरणprintf("Hello");

7.    फंक्शन (Functions): ये कोड ब्लॉक्स होते हैं जिनसे विशेष कार्य करवाए जाते हैं। main() C का मुख्य फंक्शन होता है।

प्रश्न 2: 'C' भाषा में वेरिएबल (Variable) की अवधारणा की व्याख्या कीजिए।

उत्तर: 'C' भाषा में वैरिएबल वह नामित स्थान होता है जहाँ डेटा को संग्रहित किया जाता है ताकि उसका उपयोग प्रोग्रामिंग में विभिन्न गणनाओं प्रक्रियाओं के लिए किया जा सके। वैरिएबल का उपयोग किसी मान को अस्थायी रूप से स्टोर करने के लिए किया जाता है।

वैरिएबल को उपयोग में लाने से पहले उसे घोषित करना आवश्यक होता है।

उदाहरण:

int a = 10;
float b = 20.5;
char c = 'A';

यहाँ a एक integer वैरिएबल हैb float प्रकार का और c character प्रकार का वैरिएबल है।

वैरिएबल नाम चुनते समय निम्न नियमों का पालन करना होता है:

·        नाम अक्षर या अंडरस्कोर (_) से प्रारंभ होना चाहिए।

·        इसमें केवल अल्फाबेट, अंक और अंडरस्कोर हो सकते हैं।

·        कोई कीवर्ड वैरिएबल नाम नहीं हो सकता।

प्रश्न 3: 'C' भाषा को मिडिल लैंग्वेज क्यों कहा जाता है? प्रकाश डालिए।

उत्तर: 'C' भाषा को मिडिल लेवल लैंग्वेज (Middle Level Language) इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह दोनों प्रकार की भाषाओंहाई लेवल लैंग्वेज (HLL) और लो लेवल लैंग्वेज (LLL) — की विशेषताओं को समाहित करती है।

1.     हाई लेवल लैंग्वेज की विशेषताएं: C भाषा English जैसे सिंटैक्स को अपनाती है जिससे कोडिंग करना आसान होता है। उदाहरणprintf("Hello World");

2.     लो लेवल लैंग्वेज की विशेषताएं: C भाषा से हार्डवेयर के नज़दीकी काम जैसेमेमोरी एड्रेसिंग, बिट लेवल ऑपरेशन्स आदि किए जा सकते हैं।

इसलिए C को मिडिल लेवल भाषा कहा जाता है क्योंकि यह मशीन के नज़दीक भी है और प्रोग्रामर के लिए भी सरल है।

प्रश्न 4: 'C' भाषा क्या है?

उत्तर: 'C' एक सामान्य प्रयोजन की प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर दोनों के निर्माण में किया जाता है। इसे 1972 में डेनिस रिची द्वारा बेल लैब्स में विकसित किया गया था।

यह भाषा स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग का समर्थन करती है और इसकी मदद से हम मेमोरी को सीधे नियंत्रित कर सकते हैं। इसके अलावा, C भाषा की गति, दक्षता और पोर्टेबिलिटी इसे विशेष बनाती है। यही कारण है कि आज भी C भाषा का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 5: 'C' भाषा का इतिहास क्या है?

उत्तर: C भाषा का विकास 1972 में डेनिस रिची (Dennis Ritchie) द्वारा बेल टेलीफोन लैब्स (Bell Telephone Laboratories) में किया गया। इसका उद्देश्य UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम के निर्माण में सहायता करना था। यह भाषा B भाषा से विकसित हुई थी जो खुद BCPL से प्रेरित थी।

C भाषा का विकास निम्नलिखित क्रम में हुआ:

1.     1960: ALGOL का विकास हुआ।

2.     1967: BCPL भाषा का विकास हुआ।

3.     1970: B भाषा विकसित हुई।

4.     1972: C भाषा की रचना हुई।

यह भाषा इतनी प्रभावशाली और लचीली थी कि UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम का अधिकांश भाग C में ही लिखा गया। आज यह अधिकांश आधुनिक भाषाओं जैसे C++, Java, C# आदि की जननी मानी जाती है।

प्रश्न 6: 'C' भाषा में कैरेक्टर सेट क्या होते हैं? व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में कैरेक्टर सेट का अर्थ है उन सभी अक्षरों, संख्याओं, और विशेष चिन्हों का समूह जिनका उपयोग प्रोग्राम लिखने में किया जाता है। यह कैरेक्टर सेट प्रोग्रामिंग की भाषा की आधारशिला होती है। यदि प्रोग्रामर इन कैरेक्टरों का सही और मान्य उपयोग नहीं करेगा तो प्रोग्राम त्रुटिपूर्ण होगा।

'C' भाषा में कैरेक्टर सेट निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है:

1.   अक्षर (Alphabets):
इसमें अंग्रेजी के छोटे और बड़े अक्षर शामिल होते हैं:
A से Z (बड़े अक्षर) और a से z (छोटे अक्षर) ये नामों, कीवर्ड, वेरिएबल्स आदि में प्रयोग होते हैं।

2.   अंक (Digits):
संख्याओं के लिए 0 से 9 तक के अंक शामिल होते हैं, जो गणनाओं और डेटा स्टोरिंग के लिए उपयोग किए जाते हैं।

3.   विशेष चिन्ह (Special Symbols):
ये वे चिन्ह होते हैं जिनका उपयोग ऑपरेटर, पैरामीटर, फंक्शन कॉल आदि में किया जाता है, जैसे:
+-*/%=&|<>!;,{}()#\ आदि।

4.   विशेष कैरेक्टर (Escape Sequences):
ये ऐसे विशेष अक्षर होते हैं जो प्रोग्राम में विशेष कार्य करते हैं जैसे नई लाइन (New Line), टैब (Tab) आदि। उदाहरण:
\n (नई लाइन के लिए), \t (टैब के लिए), \\ (बैकस्लैश के लिए), \' (सिंगल कोट के लिए), \" (डबल कोट के लिए)

यह कैरेक्टर सेट प्रोग्रामिंग को सही ढंग से लिखने और समझने में मदद करता है।

प्रश्न 7: 'C' भाषा में डेटा टाइप क्या होते हैं? वर्णन कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में डेटा टाइप यह निर्धारित करता है कि किसी वैरिएबल में किस प्रकार का डेटा स्टोर होगा। यह कंप्यूटर को बताता है कि मेमोरी में वह स्थान किस प्रकार से मैनेज करना है और उस डेटा के साथ कौन से ऑपरेशन किए जा सकते हैं।

'C' भाषा में मुख्यतः निम्न डेटा टाइप होते हैं:

1.   int (Integer):
पूर्णांक (जैसे 5, 100, -10) संग्रहित करने के लिए।
उदाहरणint a = 10;

2.   float (Floating Point):
दशमलव संख्या, जैसे 3.14, 0.25 आदि।
उदाहरणfloat b = 20.5;

3.   char (Character):
एकल अक्षर या कैरेक्टर संग्रहित करने के लिए।
उदाहरणchar c = 'A';

4.   double (Double Precision Floating Point):
float की तुलना में अधिक सटीक दशमलव संख्या के लिए।
उदाहरणdouble d = 3.14159;

5.   void:
इसका प्रयोग फंक्शन के रिटर्न टाइप के रूप में किया जाता है, जो कोई मान लौटाता नहीं

प्रत्येक डेटा टाइप की मेमोरी आवश्यकता अलग होती है जैसे कि int 4 बाइट मेमोरी ले सकता है, जबकि char केवल 1 बाइट।

डेटा टाइप सही प्रकार से चुनने से प्रोग्राम की दक्षता और मेमोरी का सही उपयोग सुनिश्चित होता है।

प्रश्न 8: 'C' भाषा में कितने प्रकार के ऑपरेटर होते हैं? इनक्रिमेंट और डिक्रिमेंट ऑपरेटर को उदाहरण सहित लिखिए।

उत्तर:
'C' भाषा में विभिन्न प्रकार के ऑपरेटर होते हैं जो गणना, तुलना, तार्किक निर्णय आदि कार्यों में प्रयोग होते हैं। प्रमुख ऑपरेटरों के प्रकार इस प्रकार हैं:

1.   अंकगणितीय ऑपरेटर (Arithmetic Operators):
जैसे +, -, *, /, % (जोड़, घटाव, गुणा, भाग, शेषफल)

2.   रिलेशनल ऑपरेटर (Relational Operators):
तुलना करने के लिए जैसे <, >, <=, >=, ==, !=

3.   लॉजिकल ऑपरेटर (Logical Operators):
तार्किक निर्णय के लिए जैसे && (AND), || (OR), ! (NOT)

4.   असाइनमेंट ऑपरेटर (Assignment Operators):
मान असाइन करने के लिए जैसे =, +=, -=, *=, /=

5.   इनक्रिमेंट और डिक्रिमेंट ऑपरेटर (Increment & Decrement Operators):
ये ऑपरेटर वैरिएबल के मान को क्रमशः 1 से बढ़ाने या घटाने के लिए उपयोग होते हैं।

इनक्रिमेंट ऑपरेटर (++): यह वैरिएबल के मान को 1 से बढ़ाता है।
डिक्रिमेंट ऑपरेटर (--): यह वैरिएबल के मान को 1 से घटाता है।

उदाहरण:

int i = 5;  
i++;  // i का मान 6 हो जाएगा  
i--;  // i का मान फिर 5 हो जाएगा  

इन ऑपरेटरों का उपयोग लूप और काउंटिंग जैसे कार्यों में बहुत आम है।

प्रश्न 9: 'C' भाषा में ऑपरेशन के आधार पर ऑपरेटर की व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में ऑपरेटरों को उनके काम के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में बाँटा जाता है। प्रत्येक श्रेणी के ऑपरेटर का विशेष उपयोग होता है:

1.   Arithmetic Operators (अंकगणितीय ऑपरेटर):
गणितीय क्रियाएं जैसे जोड़, घटाव, गुणा, भाग आदि करते हैं।
उदाहरण: +, -, *, /, %

2.   Relational Operators (संबंधात्मक ऑपरेटर):
दो मानों की तुलना करते हैं और सच/झूठ (true/false) परिणाम देते हैं।
उदाहरण< (छोटा), > (बड़ा), <=>=== (समानता), != (असमानता)

3.   Logical Operators (तार्किक ऑपरेटर):
तार्किक निर्णय के लिए उपयोग होते हैं।
उदाहरण&& (AND), || (OR), ! (NOT)

4.   Assignment Operators (असाइनमेंट ऑपरेटर):
वैरिएबल को मान असाइन करते हैं।
उदाहरण=+= (जोड़कर असाइन), -= (घटाकर असाइन), *= (गुणा कर असाइन), /= (भाग कर असाइन)

5.   Increment/Decrement Operators:
जैसा प्रश्न 8 में बताया।

6.   Bitwise Operators (बिटवाइज़ ऑपरेटर):
बिट स्तर पर ऑपरेशन करते हैं जैसे AND (&), OR (|), XOR (^), NOT (~), Left Shift (<<), Right Shift (>>)

इन ऑपरेटरों की समझ से प्रोग्राम में जटिल गणनाएं और तार्किक निर्णय आसानी से किए जा सकते हैं।

प्रश्न 10: अंकगणितीय ऑपरेटर क्या होते हैं? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
अंकगणितीय ऑपरेटर वे चिन्ह होते हैं जिनका उपयोग संख्याओं पर गणितीय क्रियाएं करने के लिए किया जाता है। ये ऑपरेटर मुख्य रूप से संख्यात्मक मानों के बीच जोड़, घटाव, गुणा, भाग, और बाकी निकालने जैसे कार्य करते हैं।

'C' भाषा के प्रमुख अंकगणितीय ऑपरेटर:

·       + (जोड़)

·       - (घटाव)

·       (गुणा)

·       / (भाग)

·       % (मॉड्यूलस, यानी भाग के बाद बचा शेष)

उदाहरण:

int a = 5, b = 3;  
int sum = a + b;  // sum = 8  
int diff = a - b; // diff = 2  
int mul = a * b;  // mul = 15  
int div = a / b;  // div = 1 (पूर्णांक भाग
int mod = a % b;  // mod = 2 (शेष

अंकगणितीय ऑपरेटर प्रोग्रामिंग के मूलभूत हिस्से हैं, और इनकी सहायता से गणितीय समस्याओं का समाधान किया जाता है।

प्रश्न 11: 'C' भाषा में इनपुट आउटपुट क्या होते हैं? विस्तार से समझाइए।

उत्तरप्रोग्राम में इनपुट (Input) और आउटपुट (Output) दो महत्वपूर्ण क्रियाएं हैं:

·       इनपुट:
यह वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से प्रोग्राम उपयोगकर्ता या अन्य स्रोत से डेटा प्राप्त करता है।

·       आउटपुट:
यह वह प्रक्रिया है जिससे प्रोग्राम परिणाम या डेटा को स्क्रीन, प्रिंटर या अन्य डिवाइस पर दिखाता है।

'C' भाषा में इन दोनों कार्यों के लिए विशेष फंक्शन उपलब्ध हैं:

1.     इनपुट के लिएscanf()
उपयोगकर्ता से मान (जैसे संख्या, अक्षर) लेने के लिए।

2.     आउटपुट के लिएprintf()
स्क्रीन पर टेक्स्ट या मान प्रदर्शित करने के लिए।

उदाहरण:

int a;  
printf("कृपया एक संख्या दर्ज करें: ");  
scanf("%d", &a);  
printf("आपने दर्ज की हुई संख्या है: %d", a);  

यहां scanf का उपयोग संख्या इनपुट करने के लिए हुआ है, जबकि printf का उपयोग परिणाम प्रदर्शित करने के लिए।

इनपुट-आउटपुट के बिना कोई भी इंटरैक्टिव प्रोग्राम नहीं बन सकता।

प्रश्न 12: फॉर्मेटेड इनपुट आउटपुट फंक्शन की व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
'C' भाषा में फॉर्मेटेड इनपुट-आउटपुट का मतलब है कि हम डेटा को विशेष फॉर्मेट या स्वरूप में इनपुट और आउटपुट करते हैं। इसके लिए scanf() और printf() फंक्शन का उपयोग किया जाता है, जो फॉर्मेट स्पेसिफायर (Format Specifiers) की मदद से डेटा का प्रकार और स्वरूप निर्धारित करते हैं।

मुख्य फॉर्मेट स्पेसिफायर:

·       %d – integer संख्या के लिए

·       %f – float संख्या के लिए

·       %c – single character के लिए

·       %s – string के लिए

·       %lf – double के लिए

 

उदाहरण:

int a;  
float b;  
printf("दो नंबर दर्ज करें:\n");  
scanf("%d %f", &a, &b);  
printf("आपने दर्ज किया है: %d और %.2f", a, b);  

यहाँ%.2f का अर्थ है कि float मान को 2 दशमलव स्थान तक दिखाया जाएगा।

फॉर्मेटेड इनपुट-आउटपुट से हम प्रोग्राम को अधिक प्रभावी और यूजर-फ्रेंडली बना सकते हैं।

प्रश्न 13: 'C' भाषा में ब्रांचिंग स्टेटमेंट क्या है? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
ब्रांचिंग स्टेटमेंट प्रोग्राम के फ्लो को किसी विशेष स्थिति के आधार पर बदलने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जब किसी निर्णय या शर्त के आधार पर प्रोग्राम को अलग-अलग रास्तों पर चलाना हो, तब ब्रांचिंग का उपयोग होता है।

'C' में मुख्य ब्रांचिंग स्टेटमेंट हैं:

·       if

·       if-else

·       switch-case

उदाहरण (if स्टेटमेंट):

int a = 10, b = 20;  
if (a > b) {  
    printf("a बड़ा है");  
} else {  
    printf("b बड़ा है");  

यह प्रोग्राम जांचता है कि कौन बड़ा है और उसके अनुसार संदेश दिखाता है।

ब्रांचिंग से प्रोग्राम में निर्णय लेना और विभिन्न क्रियाएं करना संभव होता है।

प्रश्न 14: 'C' भाषा में लूपिंग स्टेटमेंट क्या है? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
लूपिंग स्टेटमेंट का उपयोग किसी क्रिया को बार-बार (repeatedly) करने के लिए किया जाता है, जब तक कोई शर्त सही रहती है। इससे बार-बार कोड लिखने की आवश्यकता नहीं होती।

'C' में मुख्य लूपिंग स्टेटमेंट:

·       for loop

·       while loop

·       do-while loop

उदाहरण (for loop):

for (int i = 0; i < 5; i++) {  
    printf("%d ", i);  
}  

यह 0 से 4 तक के नंबर प्रिंट करेगा।

लूपिंग का उपयोग गणनाओं, डेटा प्रोसेसिंग, और ऑटोमेशन में बहुत होता है।

प्रश्न 15: for loop और while loop में क्या अंतर है? दोनों के एक-एक उदाहरण दो।

उत्तर:
for loop और while loop दोनों लूपिंग के लिए उपयोग होते हैं, पर इनके उपयोग और संरचना में अंतर होता है:

विशेषता

for loop

while loop

लूप कंट्रोल

लूप की शुरुआत में प्रारंभ, शर्त और परिवर्तन सभी लिखे जाते हैं।

केवल शर्त लूप के शुरुआत में होती है, बाकी कोड के अंदर।

उपयोग

जब पुनरावृत्ति की संख्या ज्ञात हो।

जब पुनरावृत्ति की संख्या पूर्वानुमानित हो।

सिंटैक्स

for(init; condition; increment)

while(condition)

·        for loop उदाहरण:

        for (int i = 0; i < 5; i++) {  
        printf("%d ", i);  
           }  

·        while loop उदाहरण:

        int i = 0;  
        while (i < 5) {  
         printf("%d ", i);  
         i++;  
        }  

दोनों लूप समान कार्य कर सकते हैं, पर उनकी संरचना और उपयोग की परिस्थिति अलग होती है।

प्रश्न 16: 'C' भाषा में ऑपरेटर की परिभाषा कीजिए। यह कितने प्रकार का होता है? कहीं तीन प्रकार के उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।

उत्तर:
ऑपरेटर वे चिन्ह या प्रतीक होते हैं जिनका उपयोग प्रोग्राम में किसी विशेष क्रिया को संपन्न करने के लिए किया जाता है। जैसे गणितीय क्रिया, तुलना, लॉजिक, असाइनमेंट आदि। ऑपरेटर अपने ऑपरेंड्स (डेटा) पर कार्य करते हैं।

'C' भाषा में ऑपरेटर कई प्रकार के होते हैं, मुख्य प्रकार हैं:

1.   Arithmetic Operators (अंकगणितीय ऑपरेटर):
गणितीय क्रियाएं करते हैं।
उदाहरण+-*
जैसेa + b दो मानों का योग करता है।

2.   Relational Operators (संबंधात्मक ऑपरेटर):
तुलना करते हैं और true या false लौटाते हैं।
उदाहरण><==
जैसेa > b जांचता है कि क्या a बड़ा है b से।

3.   Logical Operators (तार्किक ऑपरेटर):
दो या अधिक शर्तों को जोड़ते या उलटते हैं।
उदाहरण&& (AND), || (OR)
जैसे(a > 5) && (b < 10) दोनों शर्तों को सत्यापित करता है।

इसके अलावा भी अनेक ऑपरेटर होते हैं जैसे Bitwise, Assignment, Increment/Decrement आदि।ऑपरेटर प्रोग्रामिंग की मूलभूत इकाइयाँ हैं, जिनसे हम विभिन्न गणना और निर्णय कर सकते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Questions)

प्रश्न 1: 'C' प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग कहाँ-कहाँ होता है?

उत्तर:
'C' भाषा का उपयोग मुख्यतः सिस्टम प्रोग्रामिंग, एम्बेडेड सिस्टम, ऑपरेटिंग सिस्टम, गेम डेवलपमेंट, कंपाइलर निर्माण, और नेटवर्क ड्राइवरों में किया जाता है। यह भाषा तेज, सुरक्षित और हार्डवेयर के नजदीक होने के कारण प्रोफेशनल डेवलपर्स द्वारा व्यापक रूप से इस्तेमाल होती है।


प्रश्न 2: 'C' भाषा के कितने वैरिएबल होते हैं?

उत्तर:
'C' भाषा में वैरिएबल को डेटा के प्रकार के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, जैसे:

  • int (पूर्णांक वैरिएबल)

  • float (दशमलव मान)

  • char (अक्षर)

  • double (उच्च सटीकता वाला दशमलव)

  • user-defined types (struct, union)
    इन सभी वैरिएबल्स को उपयोग के अनुसार घोषित किया जाता है।


प्रश्न 3: 'C' भाषा में कितने कीवर्ड हैं?

उत्तर:
'C' भाषा में कुल 32 कीवर्ड होते हैं, जैसे — int, char, if, else, for, while, return, break, आदि। ये कीवर्ड पहले से परिभाषित होते हैं और किसी अन्य कार्य के लिए उपयोग नहीं किए जा सकते।


प्रश्न 4: 'C' भाषा में Variable का दायरा क्या है?

उत्तर:
वैरिएबल का दायरा (Scope) यह निर्धारित करता है कि उस वैरिएबल को प्रोग्राम में कहाँ-कहाँ से एक्सेस किया जा सकता है।
मुख्यतः तीन प्रकार के स्कोप होते हैं:

  1. Local Variable: किसी ब्लॉक या फंक्शन के अंदर उपयोग के लिए।

  2. Global Variable: पूरे प्रोग्राम में किसी भी स्थान से एक्सेस किया जा सकता है।

  3. Static Variable: एक बार घोषित होकर पूरे फंक्शन में स्थिर रहता है।


प्रश्न 5: लॉजिकल ऑपरेटर क्या होते हैं? उदाहरण सहित समझाइये।

उत्तर:
लॉजिकल ऑपरेटर का उपयोग दो या अधिक शर्तों को जोड़ने या निर्णय लेने में होता है।
प्रमुख लॉजिकल ऑपरेटर:

  • && (AND)

  • || (OR)

  • ! (NOT)

उदाहरण:

if (a > 5 && b < 10) {
printf("Both conditions are true"); }

प्रश्न 6: कंडीशनल ऑपरेटर का उपयोग कहाँ होता है?

उत्तर:
कंडीशनल ऑपरेटर (?:) का उपयोग शॉर्ट डिसीजन या टर्नरी निर्णय लेने के लिए होता है।
सिंटैक्स:

condition ? expression1 : expression2;

उदाहरण:

int max = (a > b) ? a : b;

प्रश्न 7: बिटवाइज ऑपरेटर क्या होते हैं? उदाहरण सहित व्याख्या करिये।

उत्तर:
बिटवाइज ऑपरेटर डेटा को बिट स्तर पर नियंत्रित करने के लिए होते हैं। ये निम्न हैं:

  • & (AND)

  • | (OR)

  • ^ (XOR)

  • ~ (NOT)

  • << (Left Shift)

  • >> (Right Shift)

उदाहरण:

int a = 5 & 3; // Output: 1

प्रश्न 8: स्पेशल ऑपरेटर क्या होते हैं? व्याख्या करिये।

उत्तर:
स्पेशल ऑपरेटर वे होते हैं जो सामान्य ऑपरेटरों से अलग विशिष्ट कार्य करते हैं:

  • Pointer operator (*, &)

  • Sizeof operator

  • Comma operator (,)

  • Ternary operator (? :)

ये ऑपरेटर एडवांस प्रोग्रामिंग के लिए उपयोगी होते हैं।


प्रश्न 9: getch() function का उपयोग कहाँ किया जाता है?

उत्तर:
getch() फंक्शन का उपयोग कीबोर्ड से एक कैरेक्टर इनपुट लेने और स्क्रीन पर आउटपुट रुकवाने के लिए होता है। यह आमतौर पर प्रोग्राम के अंत में उपयोग होता है ताकि आउटपुट देखने के बाद प्रोग्राम बंद हो।


प्रश्न 10: अनफॉर्मेटेड इनपुट आउटपुट फंक्शन क्या होते हैं?

उत्तर:
अनफॉर्मेटेड इनपुट/आउटपुट फंक्शन ऐसे फंक्शन होते हैं जो बिना किसी विशेष स्वरूप के कैरेक्टर या स्ट्रिंग को इनपुट/आउटपुट करते हैं।
इनमें शामिल हैं:

  • getchar()

  • putchar()

  • gets()

  • puts()


प्रश्न 11: puts() function का उपयोग कब किया जाता है?

उत्तर:
puts() फंक्शन का उपयोग स्ट्रिंग को स्क्रीन पर प्रिंट करने के लिए किया जाता है। यह printf() जैसा ही है लेकिन अंत में अपने आप नई लाइन शामिल कर देता है।


प्रश्न 12: scanf() function का उपयोग कब किया जाता है?

उत्तर:
scanf() फंक्शन का उपयोग C प्रोग्राम में उपयोगकर्ता से इनपुट लेने के लिए किया जाता है। यह मान को वैरिएबल में स्टोर करता है।
उदाहरण:

int a;
scanf("%d", &a);

प्रश्न 13: फॉर्मेटेड इनपुट आउटपुट फंक्शन क्या होते हैं?

उत्तर:
फॉर्मेटेड इनपुट आउटपुट फंक्शन वो होते हैं जिनमें डेटा किसी विशेष स्वरूप (format) में लिया और दिखाया जाता है। जैसे – printf() और scanf()


प्रश्न 14: एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें 20 तक की संख्याओं का योग आउटपुट में छपे।


#include<stdio.h> int main() { int i, sum = 0; for(i = 1; i <= 20; i++) { sum += i; } printf("1 से 20 तक का योग = %d", sum); return 0; }

प्रश्न 15: while loop का प्रयोग करके एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें 3 का टेबल छपे।


#include<stdio.h> int main() { int i = 1; while(i <= 10) { printf("3 x %d = %d\n", i, 3 * i); i++; } return 0; }

प्रश्न 16: for loop का प्रयोग करके एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें प्रथम 10 प्राकृतिक संख्याओं का योग छपे।


#include<stdio.h> int main() { int i, sum = 0; for(i = 1; i <= 10; i++) { sum += i; } printf("प्रथम 10 प्राकृतिक संख्याओं का योग = %d", sum); return 0; }

प्रश्न 17: do while loop का प्रयोग करके एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें 4 का टेबल छपे।


#include<stdio.h> int main() { int i = 1; do { printf("4 x %d = %d\n", i, 4 * i); i++; } while(i <= 10); return 0; }

प्रश्न 18: while loop का फ्लोचार्ट बनाइये और एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें प्रथम 10 सम संख्याओं का योगफल छपे।

उत्तर (प्रोग्राम):

Edit
#include<stdio.h> int main() { int i = 2, sum = 0; while(i <= 20) { sum += i; i += 2; } printf("प्रथम 10 सम संख्याओं का योग = %d", sum); return 0; }

प्रश्न 19: for loop का फ्लोचार्ट बनाइये और एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें प्रथम 10 विषम संख्याओं का योगफल छपे।

#include<stdio.h>
int main() { int i, sum = 0, count = 0; for(i = 1; count < 10; i += 2) { sum += i; count++; } printf("प्रथम 10 विषम संख्याओं का योग = %d", sum); return 0; }

प्रश्न 20: for loop का उपयोग करके एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें प्रथम 10 अभाज्य संख्याओं का योगफल छपे।


#include<stdio.h> int main() { int i, j, count = 0, num = 2, sum = 0, isPrime; while(count < 10) { isPrime = 1; for(j = 2; j <= num/2; j++) { if(num % j == 0) { isPrime = 0; break; } } if(isPrime) { sum += num; count++; } num++; } printf("प्रथम 10 अभाज्य संख्याओं का योग = %d", sum); return 0; }

प्रश्न 21: while loop का उपयोग करके एक प्रोग्राम लिखिए जिसमें प्रथम 10 धन पूर्णांकों का योगफल छपे।


#include<stdio.h> int main() { int i = 1, sum = 0; while(i <= 10) { sum += i; i++; } printf("प्रथम 10 धन पूर्णांकों का योग = %d", sum); return 0; }

प्रश्न 22: 'C' भाषा में जंपिंग स्टेटमेंट्स क्या होते हैं?

उत्तर:
'C' भाषा में जंपिंग स्टेटमेंट्स का उपयोग प्रोग्राम के फ्लो को नियंत्रित करने के लिए होता है।
मुख्य जंपिंग स्टेटमेंट्स:

  • break

  • continue

  • goto

  • return

ये स्टेटमेंट्स प्रोग्राम के सामान्य क्रम को तोड़कर किसी अन्य स्थान पर नियंत्रण स्थानांतरित करते हैं।


प्रश्न 23: सही से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:
सही (True) प्रोग्रामिंग में एक तार्किक स्थिति होती है जिसका मूल्यांकन करने पर परिणाम "सत्य" या 1 होता है। यदि कोई कंडीशन सही हो तो उसे true कहा जाता है, अन्यथा false (0)।

उदाहरण:


if(5 > 3) // यह कंडीशन सही है, इसलिए if ब्लॉक चलेगा

प्रश्न 24: लॉजिकल ऑपरेटर कौन-कौन से हैं? उदाहरण दीजिए।

उत्तर:
लॉजिकल ऑपरेटर C भाषा में निर्णय लेने के लिए प्रयुक्त होते हैं। मुख्य ऑपरेटर हैं:

  • && (AND): दोनों शर्तें सही होनी चाहिए

  • || (OR): किसी एक शर्त का सही होना काफी है

  • ! (NOT): शर्त को उल्टा कर देता है

उदाहरण:

if(a > 0 && b > 0) {
printf("दोनों धनात्मक हैं"); }

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नों

1. सी टोकन क्या होते हैं?

उत्तर: सी टोकन वे मूलभूत घटक होते हैं जिनसे C प्रोग्रामिंग की सभी स्टेटमेंट बनती हैं। उदाहरण: कीवर्ड, आइडेंटिफायर, ऑपरेटर, कॉन्स्टेंट और स्पेशल कैरेक्टर्स।

2. सी प्रोसेसर क्या होता है?

उत्तर: सी प्रोसेसर एक कंपाइलर का भाग है जो C प्रोग्राम में दिए गए सभी प्रीप्रोसेसर निर्देशों को प्रोसेस करता है जैसे #include, #define आदि।

3. 'C' प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताएं बताइए।

उत्तर:

  • यह स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।

  • प्लेटफार्म इंडिपेंडेंट है।

  • हाई परफॉर्मेंस और पोर्टेबल है।

  • रिच सेट ऑफ ऑपरेटर्स और लाइब्रेरी फंक्शन्स प्रदान करती है।

4. 'C' भाषा का क्या महत्त्व है?

उत्तर: 'C' भाषा सिस्टम प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के लिए अत्यंत उपयोगी है। ऑपरेटिंग सिस्टम, ड्राइवर, और कंपाइलर इसी से बनाए जाते हैं।


5. 'C' कॉम्पाइलर क्या होता है?

उत्तर: 'C' कॉम्पाइलर वह सॉफ्टवेयर होता है जो C भाषा में लिखे गए प्रोग्राम को मशीन भाषा में अनुवाद करता है ताकि वह प्रोग्राम कंप्यूटर द्वारा निष्पादित किया जा सके।

6. C भाषा में प्रकार के ऑपरेटरों के नाम लिखिए।

उत्तर:

  • गणनात्मक ऑपरेटर (Arithmetic Operators)

  • रिलेशनल ऑपरेटर

  • लॉजिकल ऑपरेटर

  • असाइनमेंट ऑपरेटर

  • बिटवाइज़ ऑपरेटर

  • इनक्रिमेंट/डिक्रिमेंट ऑपरेटर

  • टर्नरी ऑपरेटर

  • साइजऑफ ऑपरेटर


7. C में इनपुट देने के लिए किस कीवर्ड का प्रयोग होता है?

उत्तर: scanf() फंक्शन का प्रयोग इनपुट लेने के लिए किया जाता है।

8. 'C' में 3 लूप कौन-कौन से हैं?

उत्तर:

  1. for लूप

  2. while लूप

  3. do-while लूप


बहुविकल्पीय प्रश्न

1. निम्न में किस भाषा में कम्प्यूटर प्रोग्राम लिखना बहुत कठिन होता है?

⬤ (a) मशीन भाषा
○ (b) उच्च स्तरीय भाषा
○ (c) एसेंबली भाषा
○ (d) इनमें से कोई नहीं

2. 'C' भाषा का जनक कौन है?

○ (a) स्टीव जॉब्स
○ (b) जेम्स गोसलिंग
⬤ (c) डेनिस रिची
○ (d) रामसस लेरडॉफ

3. सी भाषा को निम्न में से किस ऑपरेटिंग सिस्टम पर प्रयोग किया जा सकता है?

○ (a) यूनिक्स
⬤ (b) डॉस
○ (c) उपरोक्त दोनों
○ (d) इनमें से कोई नहीं

4. सी भाषा का नया संस्करण C++ कब विकसित हुआ था?

○ (a) 1975
⬤ (b) 1980
○ (c) 1978
○ (d) 1983

5. सी भाषा का प्रोग्राम किसका समूह होता है?

○ (a) वाक्यों का
○ (b) फलनों का
⬤ (c) ऑपरेटरों का
○ (d) इनमें से कोई नहीं

6. C भाषा का विकास कब हुआ था?

⬤ (a) 1972
○ (b) 1980
○ (c) 1989
○ (d) 1992

7. निम्न में कौन डेटा टाइप है?

○ (a) char
○ (b) int
○ (c) float
⬤ (d) all of the above

8. निम्न में कौन सा primitive data type है?

⬤ (a) int
⬤ (b) char
○ (c) Array
○ (d) (a) और (b)

9. निम्न में से कौन से derived data type के उदाहरण हैं?

○ (a) Array
○ (b) String
○ (c) pointer
⬤ (d) All of the above

10. निम्न में कौन डेटा टाइप नहीं है?

○ (a) float
○ (b) int
○ (c) char
⬤ (d) class

11. यूनरी ऑपरेटर के उदाहरण हैं—

⬤ (a) -10
○ (b) *6
○ (c) (a + b)
○ (d) (a) और (b)

12. टर्नरी ऑपरेटर के उदाहरण हैं—

○ (a) a * b
○ (b) * a
⬤ (c) (a > b ? b : c)
○ (d) कोई नहीं

13. सभी मानक सी लाइब्रेरी फंक्शन्स में कौन सा डेटा टाइप लिया जाता है?

○ (a) double
○ (b) int
○ (c) decimal
⬤ (d) float

14. निम्नलिखित में कौन सा डेटा प्रकार नहीं है?

○ (a) वर्णमाला डेटा
○ (b) संख्यात्मक डेटा
○ (c) अक्षांशीय डेटा
⬤ (d) प्रतिकात्मक डेटा

15. C प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h>
int main() { char num = '\010'; printf("%d", num); return 0; }

⬤ (a) 8

○ (b) 08
○ (c) 10
○ (d) 010

16. घोषणा अहस्ताक्षरित यू इंगित करती है कि आप एक हैं—
○ (a) unsigned Integer
○ (b) Character
⬤ (c) unsigned character
○ (d) none of these

17. ईंटिजरल data type है—

⬤ (a) char
○ (b) void
○ (c) float
○ (d) double

18. इस प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

Main()

{ printf("Te chnictiming"); Main(); }

○ (a) गलत बयान

⬤ (b) यह Technictimimg को प्रिंट करता है
○ (c) यह एक बार technictimimg को प्रिंट करेगा
○ (d) इनमें से कोई नहीं

19. संख्या 6500 को संग्रहीत करने के लिए कौन सा डेटा प्रकार सबसे उपयुक्त है?

⬤ (a) int
○ (b) long
○ (c) float
○ (d) double

20. float डेटा प्रकार का उपयोग किया जाता है—

○ (a) पूर्णांकों के लिए
⬤ (b) दशमलव संख्याओं के लिए
○ (c) वर्णों के लिए
○ (d) तारों (Strings) के लिए

21. नीचे दिए गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h> void main() { unsigned char C = 290; printf("%d", C); }

⬤ (a) 34
○ (b) 290
○ (c) Garbage
○ (d) Error

22. नीचे दिए गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h>
int main() { int a = 5 | 2 + 1; printf("%d", a); }

⬤ (a) 7
○ (b) 7
○ (c) 0
○ (d) 8


23. नीचे दिए गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h> int main() { float a = 125.50; int b = 125.50; char c = 'A'; printf("%d, %d, %d\n", sizeof(a), sizeof(b), sizeof(125.50)); printf("%d, %d\n", sizeof(c), sizeof(65)); return; }

○ (a) 4 4 4
○ (b) 4 4 8 1, 1
○ (c) 4, 4, 4 1, 1
⬤ (d) 4, 4, 8 1, 4

24. नीचे दिए प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h>

int main() { int a = 5, b = 2; printf("%d", a+++b); return 0; }
⬤ (a) 7
○ (b) 6
○ (c) 5
○ (d) Error

25. नीचे दिये गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h>
int main() { int ok = 100; -100; printf("%d", ok); return 0; }

⬤ (a) 100
○ (b) Error
○ (c) -100
○ (d) 0


26. नीचे दिये गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h>
int main() { int var = 250; printf("Value of var = %d\n", var); 200 + 50; "include help.com"; printf("%s\n", "includehlp"); return 0; }

○ (a) Value of var = 250 include help.com
⬤ (b) Value of var = 250
        include help
○ (c) Error
○ (d) Value of var = 250 Garbage


27. नीचे दिये गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

#include <stdio.h>
int main() { int a = 100; printf("%d\n" + 1, a); printf("Value is = %d" + 3, a); return 0; }

⬤ (b) 101 value is 103
○ (a) Error 1
○ (c) due is = 100
○ (d) 100; 100

28. दिए गये प्रोग्राम का आउटपुट क्या होगा?

main()

{ int i = 8; while (i = 8) { printf("Getting out"); i++; } }

⬤ (a) Getting out अनंत बार प्रिंट होगा
○ (b) कुछ भी नहीं प्रिंट होता है
○ (c) Getting out एक बार प्रिंट होता होगा
○ (d) Getting out 7 बार प्रिंट होगा

29. C भाषा में निम्नलिखित में से कौन-सा एक लूप स्टेटमेंट नहीं है?

○ (a) for (int, condition, increment) { statement(s); }
○ (b) do { statements(s); } while (condition);
○ (c) while (condition); { Statement(s); }
⬤ (d) if (boolean expression) { statement(s); } else { statement(s); }

30. यदि आप छः कूट निष्पादित करते हैं तो क्या होता है?

while (1)

{ begin Print 'hello' }

⬤ (a) आपको सिंटैक्स त्रुटि दिखाई देगा

○ (b) hello शून्य बार प्रिंट होगा
○ (c) हैलो (hello) अनंत बार प्रिंट होगा
○ (d) hello एक बार प्रिंट होगा

31. कंडिशन के लिए

(expr1 : expr2 : expr3) किसके बराबर है?
⬤ (a) While (expr1 = expr2)
      {
        statement;
      }
○ (b) if...else
○ (c) switch
○ (d) do...while

बहुविकल्पीय प्रश्न

31. कंडिशन के लिए

(expr1 : expr2 : expr3) किसके बराबर है?
○ (a) While (expr1 = expr2)
○ (b) While (expr1 != expr2)
⬤ (c) expr1;
    while (expr2)
    {
      statement;
      expr3;
    }
○ (d) इनमें से कोई नहीं

32. मान लें कि x और y ऋणात्मक पूर्णांक हैं।

निम्नलिखित छद्म कोड खंड पर विचार करें:

While x ≠ y do

if x > y then x ← x − y else y ← y − x end if end while

यह कोड क्या कर रहा है?

○ (a) यह दो संख्याओं के LCM की गणना करता है।
○ (b) यह बड़ी संख्या को छोटी संख्या से विभाजित करता है।
⬤ (c) यह बड़ी संख्या में से सबसे छोटी संख्या घटा करता है।
○ (d) यह दो संख्याओं के GCD की गणना करता है।

33. C प्रोग्रामिंग में निम्नलिखित में से कौन-सा लूप स्टेटमेंट की निष्पादन प्रक्रिया को स्पष्ट रूप से लूप से बाहर निकलने देता है?

⬤ (a) break
○ (b) while loop
○ (c) for loop
○ (d) उपरोक्त में सभी

34. निम्नलिखित में से किसमें C भाषा के लूपों में लूप के मुख्य भाग को कम से कम एक बार निष्पादित किया जाता है, भले ही शर्त गलत हो?

○ (a) बिना कोई लूप के
○ (b) केवल for लूप
○ (c) निष्पादन के दौरान for और while दोनों
⬤ (d) do while लूप

35. do while के लिए निम्न में से कौन-सा सत्य है?

○ (a) do (statement)
⬤ (b) do (condition)
    while
○ (c) while
     while (condition) statement
○ (d) दोनों असत्य हैं


36. निम्न में Break स्टेटमेंट किसके साथ उपयोग होता है?

○ (a) if statement
○ (b) else if statement
⬤ (c) switch statement
○ (d) इनमें से कोई नहीं

37. एक से अधिक सच एवं गलत स्टेटमेंट के लिए किस स्टेटमेंट का उपयोग किया जाता है?

○ (a) if else
⬤ (b) else if
○ (c) nested
○ (d) उपरोक्त सभी

38. जब एक साथ एक से अधिक स्टेटमेंट का उपयोग होता है तब वह क्रम कहलाता है?

○ (a) else if statement
○ (b) more if statement
⬤ (c) nested statement
○ (d) इनमें से कोई नहीं

39. do while एवं while condition में क्या अंतर है?

○ (a) do while में कंडीशन के बाद कभी काल का उपयोग होता है।
○ (b) while में सच काल का उपयोग नहीं होता।
⬤ (c) while में कंडीशन के बाद स्टेटमेंट होता है।
○ (d) इनमें से कोई नहीं

40. निम्नलिखित में से कौन-सा एक 'C' वेरिएबल नहीं है?

○ (a) int number
⬤ (b) float rate
○ (c) int variable-count
○ (d) int smain

41. 'C' में आइटरेशन (Iteration) कौन है?

⬤ (a) for
○ (b) do...while
○ (c) while
○ (d) इनमें से सभी

42. 'C' में टर्नरी ऑपरेटर का सिंटैक्स है—

○ (a) condition ? exp 1 : exp 2
⬤ (b) condition : exp 1 ? exp 2
○ (c) condition ? exp 1 < exp 2
○ (d) condition < 1 ? exp 2


Previous Post Next Post

Contact Form